वजन कम करना चाहते हैं? तो अपनाएं ये आसान Steps
वजन कम करना चाहते हैं
दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान घर बैठने और वर्कआउट न करने के चलते मोटापा के मरीजों की संख्या में भी बड़ी तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। इस समय कोरोना टीका लगाने के बाद लोगों की प्राथमिकता बढ़ते वजन को कंट्रोल करना है। इसके लिए लोग कई डाइट प्लान को फॉलो कर रहे हैं। इन डाइट प्लान में दावा किया जाता है कि महज कुछ दिनों में बढ़ते वजन को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि, यह अल्पकालीन होता है। यह लंबे समय तक कारगर साबित नहीं होता है। अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं और कंट्रोल करना चाहते हैं, तो ये आयुर्वेदिक टिप्स जरूर अपनाएं। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि दीर्घकालीन समाधान के लिए आयुर्वेद का सहारा लेना चाहिए। आइए जानते हैं-
गुनगुना गर्म पानी पिएं
आयुर्वेद में ठंडा पानी के बजाय गुनगुना गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है। आयुर्वेद को गुनगुने गर्म पानी को अमृत समान माना जाता है। इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाता है। आयुर्वेद की मानें तो प्रदूषण और अस्वास्थ्यकारी भोजन के खाने से शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगता है। गुनगुना गर्म पानी पीने से शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा नहीं होता है।
पर्याप्त नींद लें
आयुर्वेद की मानें तो रोजाना कम से कम 8 घंटे जरूर सोएं। इसके लिए रात में जल्दी सो जाएं और सुबह में जल्दी उठें। कई आधुनिक शोधों में खुलासा हुआ है कि कम सोने से मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
लाइट डिनर करें
रात के खाने में हल्का खाएं। भरपेट खाना न खाएं। वहीं, आयुर्वेद की मानें तो शाम के समय 7 बजे रात का भोजन करें। यह डिनर के लिए उपयुक्त समय है। इससे आपके शरीर को पचाने यानी डायजेस्ट करने के लिए पर्याप्त समय रहता है।
दिन में 3 बार खाएं
विशेषज्ञों की मानें तो स्वस्थ रहने के लिए आराम की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए जरूरी है कि पाचन तंत्र को आराम दिया जाए। दिन में तीन बार लेकिन कम खाएं। खाने के अंतराल में Snack (नाश्ता) बिल्कुल न लें।
खाने के बाद टहलें
बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए खाना खाने के बाद वॉकिंग जरूर करें। साथ ही रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें। अगर आपके पास जिम जाने का वक्त नहीं है, तो रोजाना खाना खाने के बाद 10 मिनट वॉकिंग करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।